कंप्यूटर कितने प्रकार के होते हे ये जान ने से पेहले कंप्यूटर के बारे मै शोर्ट मे समाझ लेते हैं.
कंप्यूटर एक एल्क्ट्रोनिक मशीन हे जिसकी मदात से कीसी भी प्रकार के डेटा को असानी से स्टोर और वही डेटा को असानी से एक जगहा से दुसरे जगहा ट्रान्सफर कार साकते हे.
और अगार कंप्यूटर के प्रकार की बात करें तो कंप्यूटर को पेहले दो वर्ग मे बटा गया हें, पहला डेटा हैंडलिंग (Data Handling) के आधार पर और दूसरा उसके आकार (Size) के आधार पार. और इन दोनो वर्गों मे भी बोहोत सारे वर्ग हे, उन साब वर्गों को हांम लोगो ने सराल ओर असान भाषा के साथ आप साब के सामने रखने की कोशिश करी हे तो वो सारे वर्ग (categories) के बारे मे आगे पढ़े.
आकार (size) के आधार पर कंप्यूटर पांच प्रकार के होते है
1. सुपर कंप्यूटर – (Super Computer)
सुपर कंप्यूटर:- जेसा इसका नाम हे वैसा ही ये बोहोत ही शानदार और शक्ति शाली कंप्यूटर हे, सुपर कंप्यूटर को दुनिया का सबसे ज्यदा पावरफुल कंप्यूटर भी मना जता हे क्यंकि ये सारे कंप्यूटर के मुकाबले फ़ास्ट (fast) चलता है, सुपर कंप्यूटर को हाई अमोउट ऑफ़ डेटा (High amount of data) को प्रोसेस करने के लिए डेवेलोप करा गया था.
सुपर कंप्यूटर के विशेषताएँ
- सुपर कंप्यूटर दीखने मे बोहोत ही ज्यदा बड़ा होता हे.
- इस कंप्यूटर का प्रोसेसर (processor) और मेन मेमोरी (Main Memory) दोनो भी बोहोत ही ज्यदा एडवांस्ड ओर पॉवरफुल (advanced & powerful) होते हे और इसमे एक नही बलके कई प्रकार के प्रोसेसर को इस्तेमाल करा जता हे.
- इसमे मे एक ही काम को फ़ास्ट करने के लिए बहुत से प्रोसेसर (Processor) का उपयोग करा जाता है.
- इसका उपयोग मौसम की भविष्वाणी करने के लिए किया जाता है.
- साथ साथ सुपर कंप्यूटर का इस्तेमाल डेटा माइनिंग (data mining) करने के लिए करा जाता हे.
- ये कंप्यूटर उनके लिए बोहोत ही शानदर पिक्क (Pick) हो सकता हे जो थोडा एडवांस्ड और प्रोफेशनल एनीमेशन का वर्क करना चाहते है.
- और आप साब के जानकारी के लिए बतादौं सुपर कंप्यूटर मार्किट मे बोहोत ही महँगा मिलता है.
2. पीसी पर्सनल कंप्यूटर – ( Pc-Personal Computer)
इसके नाम से ही आप सबको ये पता चाल गया होगा के हांम किस कंप्यूटर के बारे मे बात कार रहे हें, जो लोग नहीं समझे उनके लिए बतादू जो कंप्यूटरस नार्मल (Normal) जैसे छोटे-मोटे कामके लिए या अपने पर्सनल खुद के काम के लिए और अपने पर्सनल ऑफिस के कामके लिए यूज़ कारते हे वो सारे कंप्यूटर पर्सनल कंप्यूटर होते हे.
पर्सनल कंप्यूटर रखने के फायदे
- पर्सनल कंप्यूटर यूज़ करने का सबसे बड़ा फ़ायदा यही हे के आप जितना भी अपना डेटा को प्राइवेट रखना चाहते है वो पर्सनली सेफ रहेगा, दही आपको दुसरे कंप्यूटर मे अपने डेटा को प्रोटेक्ट रखना होगा.
- आपको अपना पर्सनल कंप्यूटर यूज़ करते वाकत आपके लिए कोइ रोक-टोक नही होगी जेसा मारजी जितना मरजी चला साकतेहो.
- पर्सनल कम्पुटर से आप डिफरेंट टाइप्स ऑफ़ एक्टिविटीज करसकते हो जैसे गेम्स खेलना मूवीज के माजे उठाना यही अप अगार केसीके प्राइवेट कंप्यूटर मे करोगे तो शायद वो आपको काम से ही निकाल्दें.
3. मिनी कंप्यूटर – (Mini Computer)
मिनी कंप्यूटर मतलब छोटा कंप्यूटर यहं हांम उसके स्पेसिफिकेशन की नही बास साइज़ की बात कार रहे है, जो कंप्यूटर साइज़ मे छोटे होते हे उसे हांम मिनी कंप्यूटर बोलते हे, मिनी कंप्यूटर को मिनी फ्रेम कंप्यूटर भी बोला जता हे, मिनी कंप्यूटर एक माइक्रो कंप्यूटर से छोटा होता है और जिनको पता नही माइक्रो कंप्यूटर क्या है उनको बतादौं के माइक्रो कंप्यूटर – मिनी कंप्कायूटर का ही हिस्सा है लेकिन वो बास मिनी कंप्यूटर से जरा छोटा होता हे.
मिनी कंप्यूटर के फायदे
- मिनी कंप्यूटर को आप कही भी असानी से कैर्री (carry) कार सकते हो और उतने ही असानी से उसका यूज़ कार सकते हो जिस्से कोई भी इम्पोर्टेन्ट काम रुकने का ड़ार नहीं रेहता हे.
- माइक्रो हो या मिनी कंप्यूटर उसकी बोहोत ही ज्यदा केयर (Care) करना पडेगा ये बात याद रखलो.
- मिनी कंप्यूटर का प्राइज रेंज उसके स्पेसिफिकेशन पे निर्बर करता हे, यानी डिपेंड करता हे.
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4. वर्क स्टेशन – (Work Station)
वर्क स्टेशन कंप्यूटर बोहोत ही ज्यदा हाई-पेर्फोमांस के होते हे, इस कंप्यूटर को टेक्निकल और सेंतिफिक (technical & scientific) तोर पे डिजाईन करा गया हे ये कंप्यूटर एक नार्मल पर्सनल कंप्यूटर से पावरफुल होते है लकीन एक सरवर (Server) वाले पीसीप के मुकाबले कम पावरफुल होते हैं.
वर्क स्टेशन कंप्यूटर को ज्यदा तार आर्किटेक्चर (Architecture), मीडिया (media), फाइनेंस (Finance) जैसे कई और भी बढे कंपनी या वोर्किंग प्लेसेस मे यूज़ करा जता हे.
5. मैंनफ्रेम कंप्यूटर – (Main Frame Computer)
बिज़नस और आर्गेनाईजेशन (Business & Organization) के प्रती ये कंप्यूटर को बोहोत ही ज्यदा मत्रा मे यूज़ करा जाता हे क्यूंकि उनको बोहोत ही ज्यदा Security की जरुरत होती हे तो आप लोगों बास इसी बात से पता चाल गया होगा के मैंनफ्रेम कंप्यूटर किस चीज़ के लिए इतने चर्चे मै रेहता हे, इस कंप्यूटर को सरकारी विभागों मे अधीक तार यूज़ करा जता हे.
मैंनफ्रेम कंप्यूटर के विशेषताएँ
- मैंनफ्रेम कंप्यूटर हाई पेर्फोमेंस (High performance) पीसी होता हे ये ताकनीकी तोर पे लार्ज अमाउंट ऑफ डेटा (Large Amount of data) को कांम समाए मे उपलब्द करता हे.
- सिक्यूरिटी और पेर्फोमेंस (Security & Performance)के तहेद इस कंप्यूटर का दाम बोहोत ज्यदा होता है.
डेटा हैंडलिंग (Data Handling) के आधार पार कंप्यूटर तीन प्रकार के होते है
1. डिजिटल कंप्यूटर – (Digital Computer)
बाइनरी नंबर सिस्टम को यूज़ करके डेटा और ऑपरेशनस परफॉर्म करके और कीसी भी प्रकार के डेटा को स्टोर करने के लिए जो कंप्यूट को यूज़ करा जता है हांम उसे डिजिटल कंप्यूटर बोलते हे, ये कीसी भी प्रकार के डेटा को असानी से प्रोसेस करदेता हे.
डिजिटल कंप्यूटर के उदाहरण
- पर्सनल कंप्यूटर
- लैपटॉप
- स्मार्टफोन
- टेबलेट
- कैलकुलेटर
- सरवर
- सुपर कंप्यूटर
डिजिटल कंप्यूटर के फायदे
- इस कंप्यूटर को यूज़ करना आसान होता हे.
- इसका मेंटेनेंस भी बोहोत ही सस्ते मे निकल जता हे.
- डिजिटल कंप्यूटर को manufacture करने मे बोहोत ही कॉम खर्चा लगता हे.
2. एनालॉग कंप्यूटर – (Analog computer)
डिजिटल कंप्यूटर को एनालॉग कंप्यूटर से 1970 ओर 1980 के बीच रिप्लेस (Replace) करा गया था, डिजिटल कंप्यूटर पावरफुल होने के बावजूद भी आज भी बोहोत सारे लोग इस कंप्यूटर को यूज़ करते है
एनालॉग कंप्यूटर को कौन यूज़ करते हे
- scientific computing – साइंटिफिक कंप्यूटिंग
- Control systems – कण्ट्रोल सिस्टम
- Engineering design – इंजीनियरिंग डिजाईन
- Simulation – सिमुलेशन
- Aircraft and missile guidance – एयर क्राफ्ट ओर मिसाइल गाइडेंस
3. हाइब्रिड कंप्यूटर – (Hybrid Computer)
हाइब्रिड कंप्यूटर को एनालॉग और डिजिटल कंप्यूटर के फीचर को कम्बाइन (Combine) करके बनाया गया हे, हाइब्रिड कंप्यूटर को एनालॉग और डिजिटल कंप्यूटर के फीचर के साथ बनाया मतलाब manufacture करा जता हे तो जिसको भी एनालॉग और डिजिटल कंप्यूटर क्या होता है नहीं पता हे वो इस ही पोस्ट मे स्टार्टिंग के पैराग्राफ को पढेंगे उनको असानी से समाज अजयेगा.
हाइब्रिड कंप्यूटर को पहली बार 1950 से 1960 के बीच इन्वेंट करा गया था, इस कंप्यूटर के मदात से बड़े एप्लीकेशन को आसानी से चलाया जता है.
ये रहे हाइब्रिड कंप्यूटर के कुछ फायदे
- ये कंप्यूटर डिफिकल्ट टास्क को असानी से कम्पलीट करने के काम अता हे.
- इन कंप्यूटर से प्रोग्राम करना असान हो जता हे.
भारत का पहला सुपर कंप्यूटर?
भारत का पहला सुपर कंप्यूटर PARAM 8000 है, इसको Development of Advanced Computing (C-DAC) सेण्टर ने अविशकार करा था.
भारत में प्रथम सुपर कंप्यूटर का आविष्कार कब हुआ?
July 1, 1991 को भारत में प्रथम सुपर कंप्यूटर का आविष्कार हुआ था
computer kitne prakar ke hain?
सुपर कंप्यूटर, मेनफ्रेम कंप्यूटर, मिनी कंप्यूटर, पर्सनल कंप्यूटर, वर्क स्टेशन कोपुटर और सरवर (servers) ये कंप्यूटर के प्रमुख प्रकार हे.
मिनी कंप्यूटर और माइक्रो कंप्यूटर के बीच का अंतर?
मिनी कंप्यूटर और माइक्रो कंप्यूटर के ये रहे पांच प्रमुख अंतर
1. अकार (Size)
2. प्रोसेसिंग पॉवर (Processing Power)
3. दाम (Base)
4. यूजर बेस (User base)
5. प्रोग्रामिंग लैंग्वेज (Programing language)
निष्कर्ष
इस आर्टिकल के मदात से हामलोगों ने सीखा के Computer Kitne Prakar ke hote hain और computer ke prakaar को भी जान लिया हे, अगार कीसीको कुछ डाउट या प्रॉब्लम हे तो वो लोग हमे कांटेक्ट या इस ही पोस्कट के नेचे कमेंट कार सकते हो.
उससे हांम आपकी प्रॉब्लम सोल्व करने मे मदात करेंगे, धन्यवाद.